आज कल देखने को मिल रहा है की सोशल मीडिया पर कुश दिन बाद आर्टिस्ट की आपस में कुश न कुश बात को लेकर आपस में विवाद हो जाता है। पजाब के कई आर्टिस्ट की हमें वीडियोस पिछले दिनों देखने को मिली। हम तो सिर्फ यह कहेगे की आर्टिस्ट की एक अपने ही दुनियां होती है . यहाँ हर आर्टिस्ट अपने अपने विचारो को गीतों के माध्यम से या सिर्फ एंटरटेनमेंट के पर्पस से ऑडियंस के सपने उपस्थित करता है। अगर किसी को किसी के विचार या लिखे हुए गीत पसंद नहीं आते तो सिर्फ लड़ कर ही नहीं एक अचे मैसेज से भी अपने विचारों को प्रकट कर सकते है किसी को नीचा दिखने से कोई बड़ा नहीं बनता . हम सिर्फ यह कहते है की आपस में लड़ झगड़कर दोनों तरफ नुकसान होता है। ..इसलिए आर्टिस्ट आर्ट से प्यार करता है। भूल जाओ गीले शिकवे यह जीवन एक बार मिला है अपने इस जीवन को लड़झगकार नहीं बल्कि मोहब्बत से जिए।
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