बठिंडा (पंजाब), एजेंसी
पंजाब के मोगा जिला निवासी महिला के साथ 18 जनवरी को अपहरण और गैंगरेप के मामले ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया। पुलिस ने कहा है कि पीड़िता हत्या के प्रयास के एक मामले में जमानत पर है। पीड़िता के खिलाफ एक शादीशुदा महिला को एचआईवी दूषित रक्त चढ़ाने का आरोप है।
20 वर्षीय पीड़िता पेशे से नर्स है। उसने आरोप लगाया है कि शुक्रवार को उसका अपहरण कर लिया गया और दो दिनों तक रेप के बाद उसे रविवार को यहां सड़क के किनारे फेंक दिया गया। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि हमलावरों ने उसकी फिल्म भी बनाई। उसे बठिंडा-डबवाली सड़क पर राहगीरों ने देखा और पुलिस को सूचना दी। सिविल अस्पताल के चिकित्सकों ने उसके साथ रेप की पुष्टि की है। अब पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि वे इस मामले के दूसरे पहलू पर भी विचार कर रहे हैं क्योंकि पीड़िता और उसके प्रेमी सुनील कुमार के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। आरोप है कि सुनील कुमार ने पीड़िता की मदद से अपनी पत्नी को पिछले साल मार्च में एचआईवी दूषित रक्त चढ़वा दिया था। पुलिस सूत्रों का कहना है सुनील और पीड़िता के बीच संबंध बन गए थे और दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन सुनील की पत्नी ने उसे तलाक देने से मना कर दिया था। दूषित रक्त चढ़ाने के मामले में सुनील अभी तक जेल में है, जबकि पीड़िता को जमानत मिल गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम सभी पहलुओं पर ध्यान दे रहे हैं। रेप मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों के अनुसार पीड़िता ने बताया है कि वह एक निजी अस्पताल में नर्स की नौकरी का साक्षात्कार देने के लिए शुक्रवार को चंडीगढ़ गई थी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जिस समय वह सेक्टर 43 में अंतर्राज्यीय बस अड्डे पर खड़ी थी, उसी समय एक मारुति स्विफ्ट कार उसके पास आकर रुकी और उसमें बैठे लोगों ने रास्ते के बारे में उससे पूछताछ की। पीड़िता ने बताया कि कार में दो पुरुष एक महिला के साथ बैठे थे और उन्होंने उसे कार के अंदर खींच लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला ने कहा कि उसे एक इंजेक्शन लगाया गया और वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो देखा कि दोनों व्यक्ति उसका एमएमएस बना रहे थे। उसने आरोप लगाया कि उन लोगों ने उसके साथ रेप किया।