भारत के बाद अमेरिका में भी ड्रीमलाइनर की उड़ान पर रोक
वॉशिंगटन। अमेरिका में उड्डयन
क्षेत्र पर निगरानी रखने वाले फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने देश
में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों को तब तक नहीं उड़ाने के आदेश दिए हैं,
जब तक विमान कंपनी बैटरी में आई खराबी को दूर न कर दे। भारत में एयर इंडिया
सहित दुनियाभर की आठ विमान कंपनियां ड्रीमलाइन विमान उड़ाती हैं।
अमेरिका
में एफएए का यह निर्देश जापान में आपात स्थिति में विमान उतारने के बाद
आया है, जिसके बाद जापान की दो बड़ी विमान कंपनियों ने 787 ड्रीमलाइन
विमानों का बेड़ा बंद कर दिया। इसी तरह की समस्या नौ दिन पहले बोस्टन में
ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ान के दौरान भी हुई थी।
एफएए
ने आपातकालीन निर्देश बुधवार रात जारी किए। यह अमेरिकी विमानन कंपनियों पर
लागू होगा। अब तक केवल एक अमेरिकी विमानन कंपनी नए विमान का इस्तेमाल कर
रही है। उसके बेड़े में छह 787 ड्रीमलाइनर विमान हैं। एफएए ने हालांकि
उम्मीद जताई है कि अन्य अंतरराष्ट्रीय नियामक भी इसी तरह का कदम उठाएंगे,
जिसके बाद दुनियाभर में अब तक आपूर्ति हुए 50 ड्रीमलाइनर विमानों की
उड़ानें रद्द हो जाएंगी।
एयर
इंडिया के पास इस वक्त छह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हैं। इसने 27
ड्रीमलाइन विमान मंगवाए थे। पहला विमान चार साल के इंतजार के बाद पिछले साल
सितंबर में मिला था। विमानन कंपनी को साल 2013 में सात, 2014 में पांच,
2015 में छह और 2016 में तीन ड्रीमलाइनर विमान मिलने की उम्मीद है।
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