दिल्ली गैंग रेप: डर से नौकरी छोड़ने लगी हैं महिलाएं " नवभारत टाइम्स "
नई दिल्ली।। दिल्ली में हुई गैंग रेप की दिल दहला देने वाली घटना के बाद महिलाओं की कार्यक्षमता पर भी बुरा असर पड़ा है। ऐसा कहना है एसोचैम का, जिसने अपने एक सर्वे के जरिए बताया है कि इस घटना के बाद आईटी और बीपीओ कंपनियों में पिछले एक पखवाड़े के दौरान महिलाओं की वर्क प्रॉडक्टिविटी में खासी गिरावट देखने को मिली है।
दिल्ली-एनसीआर इलाके में तो महिलाओं की वर्क प्रॉडक्टिविटी में 40 पर्सेंट तक की कमी देखने को मिली है। आलम यह है कि आईटी और बीपीओ कंपनियों की हर तीन में से एक महिला ने या तो सूरज ढलने के बाद अपने काम के घंटों में कटौती कर दी है, या फिर उन्होंने पूरी तरह अपना जॉब ही छोड़ दिया है। जाहिर है, इस घटना से महिलाएं बुरी तरह डरी-घबराई हुई हैं। यह सर्वे एसोचैम सोशल डिवेलपमेंट फाउंडेशन या एएसडीएफ ने किया है।
इसके मुताबिक, दिल्ली गैंग रेप की घटना से न केवल दिल्ली-एनसीआर इलाके में महिलाओं की कार्यक्षमता पर असर पड़ा है, बल्कि चेन्नै, बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, देहरादून, जैसे अन्य बड़े शहरों में भी इसका प्रभाव पड़ा है। एसोचैम ने 2500 महिलाओं पर यह सर्वे किया और इन महिलाओं का कहना था कि काम के लंबे घंटों और शिफ्ट जॉब की वजह से उन्होंने ऐसा किया है।
-- टैग रिपोर्ट --

दिल्ली-एनसीआर इलाके में तो महिलाओं की वर्क प्रॉडक्टिविटी में 40 पर्सेंट तक की कमी देखने को मिली है। आलम यह है कि आईटी और बीपीओ कंपनियों की हर तीन में से एक महिला ने या तो सूरज ढलने के बाद अपने काम के घंटों में कटौती कर दी है, या फिर उन्होंने पूरी तरह अपना जॉब ही छोड़ दिया है। जाहिर है, इस घटना से महिलाएं बुरी तरह डरी-घबराई हुई हैं। यह सर्वे एसोचैम सोशल डिवेलपमेंट फाउंडेशन या एएसडीएफ ने किया है।
इसके मुताबिक, दिल्ली गैंग रेप की घटना से न केवल दिल्ली-एनसीआर इलाके में महिलाओं की कार्यक्षमता पर असर पड़ा है, बल्कि चेन्नै, बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, देहरादून, जैसे अन्य बड़े शहरों में भी इसका प्रभाव पड़ा है। एसोचैम ने 2500 महिलाओं पर यह सर्वे किया और इन महिलाओं का कहना था कि काम के लंबे घंटों और शिफ्ट जॉब की वजह से उन्होंने ऐसा किया है।
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